Youth में आज भी Financial Knowledge को लेकर बहुत से सवाल हैं जैसे पैसे का मैनेजमेंट कैसे करें?, लोन के लिए आवेदन कैसे करें और बुरे कर्ज से कैसे दूर रहें आदि?
Cash से पेमेंट करें, क्रेडिट से नहीं
फाइनेंस के क्षेत्र में धैर्य और आत्म-संयम रखना बहुत जरूरी है। अगर आप Wait करेंगें और अपनी ज़रूरत के लिए पैसे बचाने के बाद कुछ खरीदेंगे तो आप सीधे अपने बैंक अकाउंट से नकद यानी कैश पेमेंट करेंगे या डेबिट कार्ड से भुगतान करेंगे और ऐसा करने से आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से बच जाएंगे।
अगर आप क्रेडिट कार्ड का Monthly Bill Pay नहीं करते तो क्रेडिट कार्ड लोन पर आपको भारी-भरकम ब्याज देना होता है। क्रेडिट कार्ड आपको अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में मदद कर सकता है लेकिन उनका उपयोग केवल इमरजेंसी में ही करना चाहिए, क्योंकि ये ऐसा पैसा है जो आपके पास वास्तविकता में मौजूद नहीं है।
अपने आप को Educate करें
अपने Financial Future की जिम्मेदारी लें और पर्सनल फाइनेंस से संबंधित किताबें पढ़ें। फाइनेंसियल नॉलेज आने के बाद किसी को भी अपने रास्ते से आने न दें, चाहे वह कोई महत्वपूर्ण व्यक्ति हो जो आपको पैसे बर्बाद करने की सलाह दे रहा है या ऐसे दोस्त जो महंगी यात्राओं और कार्यक्रमों की योजना बनाते हों जिन्हें आप वहन नहीं कर सकते।
बजट बनाना सीखें
एक बार जब आप कुछ पर्सनल फाइनेंस से संबंधित किताबें पढ़ लेंगे, तो आप 2 नियमों को समझ जायेंगे। पहला अपने खर्चों को कभी भी अपनी आय से अधिक न होने दें और दूसरा ये देखें कि आपका पैसा कहां खर्च होता है। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका बजट बनाना और आने वाले और बाहर जाने वाले पैसे पर नज़र रखने के लिए एक योजना बनाना है।
आपकी सुबह की महंगी कॉफी जैसे खर्चों पर नज़र रखना आपको फाइनेंसियल सेविंग के लिए अलर्ट कर सकता है। आपके रोजमर्रा के खर्चों में छोटे-छोटे बदलाव आपके कण्ट्रोल में हैं और आपकी फाइनेंसियल कंडीशन पर असर डाल सकते हैं। रेंट जैसे मंथली खर्चों को जितना हो सके कम रखने से कोशिश करें क्योंकि ऐसा करने से आप लम्बे समय में पैसा बच सकते हैं और आप देर-सबेर अपना खुद का घर बनाने के बारे में विचार कर सकते हैं जिससे आपका हर महीने मकान के किराए में जाने वाला खर्च बच जाएगा।
एक इमरजेंसी फंड शुरू करें
पर्सनल फाइनेंस में एक मंत्र है “पहले खुद को पे करें”, जिसका इंग्लिश में मतलब है “pay yourself first” जिसका अर्थ है Emergency कंडीशन और अपने भविष्य के लिए पैसा बचाना। यह सरल अभ्यास आपको आर्थिक रूप से परेशानी से दूर रखता है जिससे आपको रात में बेहतर नींद भी आती है। इसलिए अपने बजट में हर महीने कुछ पैसा इमरजेंसी फंड के लिए जरूर निकालना चाहिए।
एक बार जब आपको पैसे बचाने की आदत हो जाएगी, तो आप बचत को Alternative यानी एक विकल्प मानना बंद कर देंगे और इसे एक आवश्यक मंथली खर्च के रूप में मानना शुरू कर देंगे। कई एकाउंट्स चक्रवृद्धि ब्याज की सुविधा प्रदान करते हैं आप इनमें अपना इमरजेंसी फंड शुरू कर सकते हैं।
रिटायरमेंट के लिए सेव करें
चाहे आप कितने भी युवा क्यों न हों, अपने रिटायरमेंट की योजना अभी से बनाएं। कंपाउंड इंटरेस्ट की पावर के साथ, जब आप 20 साल की उम्र में बचत करना शुरू करते हैं, तो आप न केवल अपने द्वारा जमा किए गए मूलधन पर बल्कि समय के साथ अर्जित ब्याज पर भी ब्याज अर्जित करते हैं, और आपके पास रिटायर होने पर पर्याप्त फंड होता है।
नोट – अगर आप हर महीने 15000 का निवेश करते हैं, तो 40 साल तक सालाना 9% का पॉजिटिव रिटर्न मिलने पर जब आप रिटायर होंगे तो आपके पास 7 करोड़ से ज्यादा का फंड होगा।
अपनी सही सैलरी जाने
जब कोई कंपनी आपको स्टार्टिंग सैलरी देती है, तो कैलकुलेट करें कि टैक्स के बाद ये सैलरी आपकी वित्तीय जरूरतों और सेविंग टारगेट को पूरा करती है या नहीं। कई ऑनलाइन कैलकुलेटर आपके After Tax Salary को जानने में आपकी हेल्प कर सकते हैं। टैक्स काटने के बाद जो सैलरी बचती है उसके हिसाब से अपना खर्च और सेविंग का टारगेट बनाए।
अपनी हेल्थ को प्रोटेक्ट करें
अगर आपने बीमा नहीं लिया है, तो बिना Wait किये हेल्थ इन्शुरन्स के लिए आवेदन कर लें। अगर आप जॉब करते हैं, तो हो सकता है आपका एम्प्लॉयर हेल्थ इन्शुरन्स प्रोवाइड कर रहा हो, जिसमें आपकी सैलरी से कुछ पैसा काटा जा सकता हैं। अगर आपके परिवार के सदस्य पालिसी में नहीं जुड़े हैं तो उनके लिए भी आपको अलग से प्लान लेना होगा।
हेल्थ इन्शुरन्स लेने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल कर लें और ऐसा प्लान चुने जिसका प्रीमियम भी बहुत ज्यादा न हो और जिसमें सुविधाएं भी ज्यादा मिलती हो।
अपनी वेल्थ बचाएँ
अगर आप किराए पर रहते हैं, तो अपने घर के सामान को चोरी होने या आग से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए किराएदार बीमा यानी रेंटेर इन्शुरन्स करवा लें। इसमें क्या कवर किया गया है और क्या नहीं, यह देखने के लिए पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें। अगर आप बीमारी या चोट के कारण लंबी अवधि तक काम करने में असमर्थ हो जाते हैं तो विकलांगता बीमा (Disability insurance) ऐसी समस्या आने पर आपको एक स्टेबल इनकम प्रदान करता है।
इस तरह का बीमा ना होने पर ऐसी स्थिति आने पर आपकी पूरी सेविंग बर्बाद हो सकती है।
कंपाउंड इंटेरस्ट इतना पावरफुल क्यों है?
कंपाउंड इंटरेस्ट यानी चक्रवृद्धि ब्याज Finance में सबसे शक्तिशाली माना जाता है क्योंकि यह आपके पैसे को तेजी से बढ़ाता है, जिसका मतलब है कि यह समय के साथ आपकी बचत को बढ़ाता रहता है। आप अपने मूलधन के साथ अर्जित ब्याज पर भी ब्याज कमाते हैं।
Sum Up
आपको अपने Finance को मैनेज करने के लिए किसी MBA डिग्री की जरूरत नहीं है। ऊपर बताई गयी टिप्स को फॉलो कर आप फाइनेंसियल सिक्योरिटी के रास्ते पर चल सकते हैं।